कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा , तिलक लगाने का मंत्र , tilak in hindu culture

 

तिलक लगाने के चमत्कारिक प्रभाव और लाभ


कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा , तिलक लगाने का मंत्र , tilak in hindu culture



सनातन धर्म में कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा , तिलक लगाने का मंत्र , tilak in hindu culture,Tilak Mantra , सवाल बहुत मत्वपूर्ण है। विस्तार से बताते हैं ,ध्यान से पढ़ें। 


सनातन धर्म , हिन्दू धर्म में मानव शरीर को भगवान का निवास माना गया है यानि  मानव शरीर को मंदिर का स्वरूप माना गया है। और सिर उसका शिखर है ।


 तिलक का मतलब है , शिखर को सजाना । अतः पगडी और तिलक की प्रथा है । इसके धार्मिक और वैज्ञानिक  कारण हैं। 


 तिलक मस्तक यानि आज्ञा चक्र पर लगाया जाता है, क्योंकी सारा ज्ञान हमें यहीं प्राप्त होता है । जीवात्मा इस चक्र से शरीर के अंदर प्रवेश और निकास करती है ।


अपने महत्व के अनुसार तिलक के अनेक प्रकार होते हैं ।


चंदन , कुमकुम , हल्दी , भस्म , केशर इत्यादि। सबका अपना अपना महत्व है , अलग तिलक का अलग उद्देश्य होता है। 


 हर प्रकार का मंगल कार्य , हवन पूजा का प्रथम चरण तिलक ही होता है। तिलक बिना पूजा पाठ अधूरे हैं।

 

सनातन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तिलक लगाने से सभी पाप नष्ट हो जाते है। सनातन धर्म में शैव, शाक्त, वैष्णव और अन्य मतों के अलग-अलग तिलक होते हैं।


                              रोली या कुमकुम का तिलक 


रोली या कुमकुम को हल्दी और चुने में मिलाकर तिलक बनाया जाता है। रोली या कुमकुम का तिलक आज्ञा चक्र की शुद्धि करता है , केैल्शियम की प्रचुरता के कारण ज्ञान चक्र को प्रज्जलित करता है।


 इससे सेराटोनिन व बीटाएंडोरफिन नामक रसायनों का संतुलन बनता है। जिसके कारण मेधा शक्ति बढ़ती है , तथा मानसिक थकावट नहीं होती। रोली या कुमकुम का तिलक त्वचा रोगों से मुक्ति दिलवाता है। इसलिए रोली / कुमकुम का तिलक ही सबसे ज्यादा प्रचलित है।


                    देवताओं को प्रसन्न करता है केसर का तिलक 


 जीवन में सफलता, आकर्षक व्यक्तित्व, सौंदर्य, धन, संपदा, आयु, आरोग्य प्राप्त करना चाहता है, उस व्यक्ति को प्रतिदिन अपने मस्तक पर केसर का तिलक करना चाहिए। केसर का तिलक शिव, विष्णु, गणेश और लक्ष्मी को प्रसन्न करता है।


  शिव से साहस, शांति, लंबी आयु और आरोग्यता मिलती है। जीवन में सुख समृद्धि आती है। त्वरित निर्णय जहां करना हो वहां केसर का तिलक लगाकर जाना चाहिए। केसर ओज को बढ़ाता है।


तुलसी की मिट्टी माथे पर लगाने से क्या फायदा herb for all reasons


                                 चंदन का टीका / तिलक


दिमाग को शीतलता प्रदान करते हुए मानसिक शान्ति भी देता है। चंदन का तिलक लगाने से एकाग्र शक्ति में वृद्धि होती है तथा ध्यान करने की शक्ति भी दृढ़ होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंदन का तिलक लगाने से मनुष्य के पापों का नाश होता है।


चंदन का तिलक लगाने वाले घर में अन्न-धन पर्याप्त मात्रा में रहते हैंं ।और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है। पैसे की तंगी नहीं होती घर , व्यापार  में बरकत रहती है। 


                                भस्म / विभूति का तिलक 


माथे पर भस्म / विभूति लगाने से इंसान के अंदर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। इसको लगाने से व्यक्ति अच्छे विचारों को धारण करता है। ग्रंथों के अनुसार इसके इस्तेमाल से मानसिक रूप से शांति मिलती है। 


माना जाता है कि ऐसा शख्स घबराता नहीं है और अपने जीवन में काफी सोच-समझकर फैसले लेता है।


                                हल्दी का तिलक लगाने के फायदे


हल्दी से युक्त तिलक लगाने से त्वचा शुद्ध होती है। हल्दी का तिलक माथे के बीचों-बीच लगाने से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। और  व्यक्ति की आर्थिक स्थितियों में सुधार होता है ,धन की प्राप्ति के नए मार्ग खुलते हैं।


 जिस व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर है , उस स्तिथि में  हल्दी का तिलक लगाने से बृहस्पति ग्रह के उल्टे प्रभाव को कम किया जा सकता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, किसी भी मांगलिक कार्य में माथे पर हल्दी का तिलक लगाने से , कार्य जल्दी सम्पूर्ण होता है। 


                                  दही का तिलक


दही चन्द्रमा का प्रतीक है। इसका तिलक चन्द्रमा को मजबूत करता है। दही का तिलक लगाने से चंद्र बल बढ़ता है और मन-मस्तिष्क में शीतलता प्रदान होती है।


                         लाभकारी है , इत्र का तिलक 


इत्र शुक्र देव का प्रतिक है। इत्र कई प्रकार के होते हैं। अलग अलग इत्र के अलग अलग फायदे होते हैं। इत्र का तिलक लगाने से शुक्र बल बढ़ता हैं।  और व्यक्ति के मन-मस्तिष्क में शांति और प्रसन्नता रहती है।


                             तुलसी की मिट्टी का तिलक


नियमित स्नान के बाद काम पर जाने से पहले , तुलसी के पौधे की जड़ से मिट्टी लेकर माथे पर तिलक लगाएं।  इससे व्यक्ति की सम्मोहन शक्ति बढ जाती है। 


 सामने वाला व्यक्ति बहुत जल्दी ही आप से प्रभावित हो जाता है। काम जल्दी बनता है। मन हमेशा शांत रहता है , और दुर्भाग्य का नाश होता है।


दुकान में ग्राहक ना आए तो क्या करें ? no customer in shop


                               चमत्कारिक तिलक 


7 पत्ते तुलसी ,एक पत्ता पीपल (ये दोनों चीज ऐसे मंदिर से लाएं ,जहाँ सुबह शाम पूजा आरती होती हो ) दो छोटी इलायची के बीज। तीनो को एक चुटकी गाय के घी के साथ पीस लें। 


किसी भी काम के लिए घर से निकलें ,इस का तिलक लगा कर निकलें , और चमत्कार देखिये।


                          तिलक लगाने का मंत्र ,tilak mantra


तिलक धारण करते समय , इस मंत्र का मन ही मन जाप कीजिए , ये अति फलदायी होता है। जिस उद्देश्य से तिलक धारण किया जाता है वो उद्देश्य शीघ्र पूरा होता है।


केशवानन्न्त गोविन्द बाराह पुरुषोत्तम ।


पुण्यं यशस्यमायुष्यं तिलकं मे प्रसीदतु ।।


कान्ति लक्ष्मीं धृतिं सौख्यं सौभाग्यमतुलं बलम् ।


ददातु चन्दनं नित्यं सततं धारयाम्यहम् ।।


इन सवालों का जवाब मिल गया होगा , सनातन धर्म में कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा , तिलक लगाने का मंत्र , tilak in hindu culture,Tilak Mantra , कोई और सवाल हो तो मैसेज कीजिए। जय श्री राधे 


जानकारी अच्छी लगी तो फॉलो कीजिए और दायीं और लाल घंटी को दबा दीजिए , ताकि अगली पोस्ट जल्दी से जल्दी आपके पास पहुंचे , धन्यवाद


शनि देव को कौन सा प्रसाद चढ़ाया जाता है ? How to make Shani Dev happy


सभी प्रकार की ज्योतिषीय और आध्यात्मिक समस्याओं के लिए सम्पर्क करें  

whatsapp  7206661495 

गीता जी वेदांत


और नया पुराने