सूर्य देव को जल देते समय रखें इन बातों का ख्याल, बढ़ेगा मान-सम्मान
सूर्य देव को जल चढाने से सम्बंधित कुछ सवाल हैं , सूर्य को जल कितने बजे तक देना चाहिए , Scientific reason behind offering water to Sun , सूर्य को जल क्यों चढ़ाया जाता है? सूर्य को जल चढ़ाने का मंत्र ,सूर्य को जल देने के लाभ ,सूर्य को जल चढ़ाने का सही तरीका ,सूर्य को जल देने के नियम ,सूर्य को जल कब देना चाहिए। सभी सवालों का जवाब विस्तार से दिया है , जय सूर्य देव
हमेशा सूर्योदय के 12 मिनट के अंदर जल देना चाहिए ,तब तक सूर्य देव शीतल स्वभाव में होते हैं | जल देने का और ये सर्वोत्तम समय है। सूर्य को जल देते समय " ऊं आदित्य नम: मंत्र या ऊं घृणि सूर्याय नमः " मंत्र का कम से कम 3 बार जाप करें।
उसके बाद जल देना उनके स्वभाव के विपरीत होता है। बाद में देने से नुकसान कुछ नहीं है। जब सूर्य की रौशनी तेज हो या चुभने लगे तब जल देने से कोई लाभ नहीं होता है , पूजा भी फलित नहीं होती।
यही कारण है , प्रतिदिन भगवान सूर्य को जल देना चाहिए, विज्ञान भी मानता है इसे बेहद फायदेमंद,
सूर्य देव हमारे जीवन के लिए कितना आवश्यक है , यह बात हम सब जानते हैं। सूर्य देव न सिर्फ हमें , बल्कि सम्पूर्ण ब्रह्मांड को ऊर्जा प्रदान करता है। पौराणिक काल से ही सूर्य को देवता का दर्जा प्राप्त है। छठ पूजा में सूर्य को जल का अर्घ्य देकर पूजा की जाती है। सनातन धर्म और हमारे पुराणों में भी सूर्य का विशेष महत्व बताया गया है।
सूर्य को अर्घ्य देने से ऊर्जा की होती है प्राप्ति
सूर्य देव को जल का अर्घ्य देने से दिन की शुरुआत शानदार होती है। सनातन , हिन्दू धर्म में प्राचीन काल से लोग तालाब या नदी में स्नान करते समय सूर्य देवता को अर्घ्य देते थे। धार्मिक मान्यतानुसार, सुबह उठकर सूर्य देवता के दर्शन करने और जल अर्पित करने से व्यक्ति की आत्मा और मन को ऊर्जा मिलती है। नियमित रूप से यदि सूर्ये देव को जल चढ़ाया जाए तो मनुष्य का सौभाग्य बना रहता है।
प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य देने का ज्योतिषीय महत्व
पुरे सौरमंडल में सूर्य को निडर और निर्भीक ग्रह माना गया है। इस आधार पर सूर्य को अर्घ्य देने वाले व्यक्ति को भी ये विशेष गुण व्यक्ति मिलते हैं। इससे व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति भी मजबूत होती है।
यदि कोई व्यक्ति रोजाना ऐसा करता है , तो इससे उसके जीवन पर पड़ने वाले शनि के हानिकारक प्रभाव भी कम हो जाते हैं। चंद्रमा में जल का तत्व निहित होता है , और जब हम सूर्य को जल देते हैं , तो ना केवल सूर्य बल्कि चंद्रमा भी बलवान होता है।
यहाँ पढ़ें - सूर्य स्नान के नियम , सूर्य स्नान क्या है? Sun bath benefits in hindi
इस तरह अर्घ्य देना है लाभप्रद
सूर्य को ज्योतिषीय और वैज्ञानिक आधार पर जल का अर्घ्य देना आवश्यक है। लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि , सूर्य को किस विधि से जल देना शुभ और फलदायी हो सकता है।
सबसे पहले सूर्य को जल अर्पित किए जाने वाले जल को लाल चंदन, सिंदूर और लाल फूल के साथ मिश्रित करें। अर्घ्य देते समय सूर्य की किरणों पर भी ध्यान देना चाहिए कि किरणें हल्की हो ना कि बहुत तेज , आंखों को चुभनी नहीं चाहिएं।
जल देने के बाद , सूरज की ओर मुंह करते हुए 3 बार परिक्रमा करनी चाहिए। सूर्य को अर्घ्य देने के लिए केवल तांबे के बर्तन या ग्लास का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इस दौरान गायत्री मंत्र का भी जाप करना भी शुभ माना जाता है। सूर्य पूर्व दिशा में निकलता है इसलिए अर्घ्य भी उसी दिशा में अर्पित करना फलदायी है।
सूर्ये देव को जल देने के लाभ , सूर्य देव को जल चढाने के क्या लाभ हैं ?
सूर्य देव सभी ग्रहों एवं समस्त जीवों के लिए प्राण दायनी ऊर्जा प्रदान करने वाले है। सूर्यदेव को जल चढाने से शुभ फल प्राप्त होते है। व्यकिगत एवं सामाजिक कार्यों में सफलता , आत्म बल मे वृद्धि , राजकृपा ,उच्च अधिकारीयों से अनुकूलता , वैभव एवं सौभाग्य , काम के प्रति उत्साह एवं निरोगी काया , मान सम्मान ,यश मे वृद्धि होती है।
सूर्य देव को जल अर्पित करते समय गायत्री मंत्र उच्चारण करना भी सर्व श्रेष्ठ माना जाता है। जल देने वाला पात्र तांबे का हो , साथ ही जल मे केशर या लाल चंदन अथवा कुंकुम मिलाकर जल प्रदान करना उत्तम रहता है । ये एक सनातन धर्म का अनुष्ठान है , पुरे विश्वाश और श्रद्धा के साथ यदि किया जाता है , तो जीवन में सकारात्मक बदलाव होते हैं।
समाज में वाह वाही चाहिए ? तो ये करें
प्रसिद्धि, प्रतिष्ठा और साहस बढ़ाने के लिए अपने घर मे सूरज ताम्बे का बना हुआ लगाए । इसको रविवार को खरीद कर घर में पूजा के स्थान पर रखें | हर रोज शाम को घी का दीपक जलाएं , पास में किसी पात्र में पानी रखें , यही पानी सुबह सूर्ये देव को चढ़ाना है |
जल चढाने से पहले , इस जल में ऊँगली डुबोकर ,ताम्बे के सूरज पर --ॐ सूर्याय नम: लिखें -ये अभिमंत्रित होना शुरू हो जायेगा | 7 दिन बाद , यह सूरज घर में पूर्व दिशा मे जमीन की सतह से 7 फुट ऊँचाई पर अगले रविवार के दिन लगाए ।
रविवार का महत्व ,रविवार व्रत की पूजा विधि
सूर्य उदय के साथ ही संसार का अंधकार मिट जाता है। उसी तरह जीवन में सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति के लिए रविवार का व्रत सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस व्रत से मान-सम्मान, धन-यश तथा उत्तम स्वास्थ्य मिलता है।
सबसे पहले प्रातः काल स्नान करके साफ सुथरे वस्त्र पहनें। फिर सूर्य भगवान का स्मरण करें। लोटे में जल और थाली में फूल, रोली, अक्षत् रखें। लोटे में एक चुटकी रोली और लाल रंग का फूल डालें। सूर्य उपासना के दिन सूर्यास्त से पहले एक बार भोजन अवश्य करना चाहिए।
सूर्य भगवान को जल अर्पित करने के बाद ही व्रत खोलना चाहिए। व्रत के दिन नमकीन और तेल युक्त भोजन बिल्कुल ना करें। इस दिन सात्विक भोजन जैसे गेहूं की रोटी, दलिया, दूध, दही, घी और चीनी खाना चाहिए।
सूर्य देव को जल चढाने के लाभ
1 - रविवार के दिन सूर्ये देव को जल चढ़ाने के बहुत सारे लाभ मिलते हैं। रविवार के दिन भगवान सूर्य की पूजा का विधान है। यह मान-सम्मान और सुख-समृद्धि दिलाने वाला दिन है। समाज में मान सम्मान मिलता है।
2 - रविवार के दिन सूर्ये देव जल चढ़ाने से कुंडली के सारे दोष सूर्य देव की कृपा से समाप्त हो जाते हैं।
3 - रविवार को दान का भी विशेष महत्व है। दान में तांबे का बर्तन, पीले व लाल वस्त्र, गेंहू, गुड़, मोती, लाल चंदन आदि का दान करें। अपनी श्रद्धानुसार इनमें से किसी भी चीज का दान करें। समाज में तेजस्वी बनोगे।
4 - सूर्य देव शत्रुओं पर विजय दिलाता है। सूर्य देव की पूजा से व्यक्ति के भाग्य में विशेष राजयोग बनता है।
सूर्य देव को रोज चढ़ाते समय ये गलती मत कीजिए
1 - हमेशा सूर्य देव को तांबे के पात्र से ही जल दें। जल देते समय दोनों हाथों से तांबे के पात्र को पकड़े।
2 - सूर्य को जल अर्पित करते हुए , जल में पुष्प या अक्षत (चावल) जरूर रखें।
3 - हमेशा दोनों हाथों से सूर्य को जल देते हुए ये ध्यान रखें की उसमें सूर्य की किरणों की धार जरूर दिखाई दे। ये सही तरीका है।
4 - ध्यान रखिये , सदा पूर्व दिशा की ओर ही मुख करके ही जल देना चाहिए।
5 - ये महत्वपूर्ण है , जल देते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह जल आपके पैरों से स्पर्श न करे।
6 - किसी दिन सूर्य देव नजर ना आ रहे हों तो पूर्व दिशा की ओर मुख करके जल चढ़ा दीजिए।
आशा है इन सवालों के जवाब जान गए होंगे , सूर्य को जल कितने बजे तक देना चाहिए , Scientific reason behind offering water to Sun , सूर्य को जल क्यों चढ़ाया जाता है? सूर्य को जल चढ़ाने का मंत्र ,सूर्य को जल देने के लाभ ,सूर्य को जल चढ़ाने का सही तरीका ,सूर्य को जल देने के नियम ,सूर्य को जल कब देना चाहिए। कोई और सवाल हो तो मैसेज कीजिए , जय सूर्य देव
यहाँ पढ़ें - महिला को स्नान कब करना चाहिए ? Best Bathing Time
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