क्या हनुमान जी को साधना से बुला सकते हैं ? Hanuman Ji

 

Hanuman Ji : हनुमान जी प्रसन्न करने के 3 रामबाण उपाय , सर्व मनोकामना सिद्धि

क्या हनुमान जी को साधना से बुला सकते हैं ? Hanuman Ji



यहाँ हनुमान जी को बुलाने का मतलब प्रकट करना नहीं , प्रसन्न करना है। आज आपको बाला 


जी को खुश करने के 3 रामबाण उपाय बताएँगे |कोई एक उपाय मनोयोग और सच्चे दिल से 


कीजिए। आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। 


कुछ सवाल बहुत पूछे जाते हैं जैसे , क्या हनुमान जी को साधना से बुला सकते हैं ? Hanuman ji ka chola , हनुमान जी को चोला कैसे चढ़ाया जाता है ? बजरंग बलि की अर्जी कैसे लगाते , और क्यों लगाई जाती है। हनुमान जी का रोट कैसे लगाते हैं ? हनुमान जी को चोला चढ़ाने की विधि ,हनुमान जी के चोले में क्या क्या सामग्री लगती है , हनुमान जी प्रसन्न करने के रामबाण उपाय , ध्यान से पढ़ें ---



हनुमान जी प्रसन्न करने के 3 रामबाण उपाय - 


श्री हनुमान जी कलयुग के ऐसे दयालु अवतार है , यदि कोई मनोयोग से थोड़ी सी पूजा भी करे 


तो शीघ्र प्रसन्न हो जाते है । हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपाय और साधनायें 


की जाती हैं।। जिनमे से एक है चोला चढ़ाना । हनुमान जी को चोला चढ़ाने से आपकी सभी  


मनोकामनाएं पूरी होती है ।


हनुमान जी को चोला चढ़ाने सामग्री - 


हनुमान जी वाला सिंदूर ,गाय का शुद्ध घी या चमेली का तेल , कुमकुम और अक्षत ( चावल 


तिलक करने के लिए ),एक गुलाब के फूलों की माला, शुद्ध ताजा पानी कुछ गंगाजल मिला 


हुआ ( बाला जी को स्न्नान कराने के लिए) ,माली पन्ना (चमकीला कागज होता है ) , धुप व् दीप 


,हनुमान चालीसा की पुस्तक ।




1 - हनुमान जी को चोला चढ़ाने की विधि

चोला सिंदूरी रंग की हनुमान जी की मूर्ति पर ही चढ़ाया जाता है। इसलिये ऐसा मंदिर देखिये 


जिसमे सिंदूरी रंग की मूर्ति स्थापित हो । मंदिर में पहुँचने पर हनुमान जी को प्रणाम करें । यदि 


हनुमान जी की मूर्ति पर पहले से कोई चोला चढ़ा हुआ हो तो , वहां के पुजारी जी से विनती 


कर उतरवा दीजिए , फिर स्नान कराये ।


 इसके बाद सिंदूर को गाय के घी या चमेली के तेल में घोले । घोल तैयार होने पर "ॐ 


हनुमन्तये नमः" मंत्र का जाप करते हुए , हनुमान के पैर से सिंदूर लगाना शुरू करे और ऊपर 


बढ़ते हुए पूरी मूर्ति पर सिंदूर लगाये। 


सिंदूर लगाने के बाद मूर्ति के पैर और हाथों पर माली पन्ना चिपकाये  , फिर धुप दीप जलाये 


कुंकुम चावल से तिलक करें, गुलाब की माला पहनाये , ये सब कार्य पूर्ण होने पर 11 बार 


हनुमान चालीसा का पाठ करे, पाठ पूर्ण होने पर हनुमान से जो प्राथना करनी है कीजिए। 


पुजारी जी को श्रद्धा अनुसार दक्षिणा दीजिए , और पिली बूंदी का प्रशाद बाँट दीजिए। 

 

और हनुमान जी से आज्ञा लेकर घर आ जाये इस प्रकार विधि विधान से चोला चढ़ाने की विधि 


पूर्ण होती है ।


अब हनुमान जी को चढाए गए गुलाब के फूल की माला से , एक फूल तोड़ कर, उसे एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रखें। इससे धन संबंधी समस्या हल होने के योग बनने लगेंगे।

हनुमान जी को चोला चढ़ाते समय क्या नियम हैं ?

1 - हनुमान जी को चोला चढ़ाते समय हलके लाल या पीले रंग के वस्त्र धारण कीजिए ।

2 - स्त्री चोला नही चढ़ा सकती , और ना ही चोला चढ़ाते समय कोई भी स्त्री हनुमान जी को देख सकती है।  इसलिए कोई भी स्त्री वहा ना हो । इस बात का विशेष ध्यान रखे ।

3 - मूर्ति पर सिंदूर लगाते समय हमारी साँस मूर्ति पर ना लगे इसके लिए मुख पर कोई कपड़ा रख लीजिए ।

4 - सिंदूर हमेशा सवाई के हिसाब से लाये जैसे , सवा पाव ,सवा किलो लीजिए ।

5 - हनुमान जी का जो पुराना चोला उतारते है , उसे बहते पानी में प्रवाहित कर दीजिए ।

6 - जिस व्यक्ति पर शनिदेव जी की दशा चल रही हो ढैया या साढ़े सती उनके लिए चोला चढ़ाना अत्यंत लाभ दायी है ।

7 - किसी संकट या रोग - व्याधि  दूर करने के लिए चोला शनिवार को चढ़ाये और घर की सुख शांति के लिए मंगलवार को चढ़ाये ।

यहाँ पढ़ें - सवामणी क्‍या होती है ? हनुमान जी की सवामणी hanuman ji


2 - बजरंग बलि की अर्जी कैसे लगाते , और क्यों लगाई जाती है।



किसी भी शनिवार को एक बाजना नारियल खरीदो (नारियल खरीदते समय उसको कान के 


पास हिला कर देखो गड गड की आवाज आएगी ) ,सवा मीटर लाल कपडा लो ,उसमें 


नारियल और सवा दो रूपये बांध लो | और इन सब चीजों को पूजा के स्थान पर रख कर ,एक 


घी का दीपक जलाकर ,हाथ जोड़ कर कहो हे बजरंग बलि कृपया साथ दीजिए ,ये मैंने आपके 


नाम की अर्जी लगाई है ,मेरा काम बनते ही ,मेरे जो रास्ते बंद हैं उनके खुलते ही आपकी 


सवामणी लगाऊंगा | अब नारियल और बाकि चीजों को अपने कार्य स्थल पर किसी कमरे या 


गोदाम में सात फुट की ऊंचाई पर टांग दो | जब तक सामान टांगो दीपक नहीं बुझना चाहिए | 



3 - हनुमान जी का रोट कैसे लगाते हैं ?

हनुमान जी का रोट विधि - लगा दिया तो सब कार्य सिद्ध 

इसको कम से कम तीन मंगलवार करना चाहिए , कोई खास खर्चा नहीं  | सवा किलो गेहूं का आटा जैसे आम रोटी बनाने के लिए गूंथते हो , वैसे गूँथ लो | 10 से 15  गोबर के कंडे (उपले ) लो और उनके अंगारे बना लो | अब उस गुंथे आटे का एक ही रोट / रोटी बनाओ  और अंगारों पर सेंक लो | सेंकने के बाद मीठा हो जाए इतना गुड़ और देसी घी डाल कर चूरमा बना लो | और चूरमे के लड्डू बना लो |

भुगतान की विधि - 

एक लड्डू भोग के लिए हनुमान जी की तस्वीर सामने रख कर श्रद्धापूर्वक मन ही मन कहो- अब आप जानो आपका काम जाने | बाकि लड्डू वानरों को खिलाओ या चींटी नगर के पास छोड़ आओ | अब तक आपके साथ जो भी बुरा हुआ या हो रहा है सब ठीक होता चला जायेगा 

आशा सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे  , क्या हनुमान जी को साधना से बुला सकते हैं ? Hanumaan ji ka chola , हनुमान जी को चोला कैसे चढ़ाया जाता है ? बजरंग बलि की अर्जी कैसे लगाते , और क्यों लगाई जाती है। हनुमान जी का रोट कैसे लगाते हैं ? हनुमान जी को चोला चढ़ाने की विधि ,हनुमान जी के चोले में क्या क्या सामग्री लगती है , हनुमान जी प्रसन्न करने के रामबाण उपाय |


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गीता जी वेदांत


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