कलयुग का कौन सा मंत्र सर्वश्रेष्ठ है , most powerful mantra in vedas

 

मंत्र,देता है तरक्‍की , पैसा , मान-सम्मान , सेहत समेत सब कुछ | मंत्रों की शक्ति से सभी भलीभांति परिचित हैं।


कलयुग का कौन सा मंत्र सर्वश्रेष्ठ है ,  most powerful mantra in vedas


 कुछ सवाल हैं जो काफी लोगों द्वारा पूछे जाते हैं , कौन सा मंत्र सर्वश्रेष्ठ है ( most powerful mantra in vedas ) , कलयुग का सबसे शक्तिशाली मंत्र ,कलयुग में श्रेष्ठ मंत्र कौन सा है ? कलयुग में भगवान को प्रसन्न कैसे करें? हनुमान जी के सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है ?  विस्तार से इस लेख में बताया है।  ध्यान से पूरा पढ़ें। 


 मनचाही वस्तु प्राप्ति और इच्छा पूर्ति के लिए मंत्र जप से अधिक अच्छा साधन कोई और नहीं है।मंत्र जाप से पहले शुद्धि जरूरी है इसलिए दैनिक नित्यकर्म से निवृत्त होने और स्नानादि करने के बाद ही जाप करना चाहिए।


                                   मंत्र जाप के नियम 


जाप करने के लिए सुबह सूर्योदय से पहले का समय सबसे उत्तम रहता है, क्योंकि इस समय सारा वातावरण शांत और सकारात्मक होता है।


जाप के स्थान को भी भलिभांति साफ कर लेना चाहिए और एक साफ़ सुथरे आसन पर बैठकर ही जाप करना चाहिए।


साधारण रूप से जाप करने के लिए तुलसी की माला उत्तम रहती है लेकिन यदि किसी कार्य सिद्धि के लिए जाप किया जाए तो  देवी-देवता के अनुरूप  ही माला लेनी चाहिए। जैसे भगवान शिव के लिए रुद्राक्ष की माला तो लक्ष्मी जी के लिए कमलगट्टे की माला उत्तम मानी जाती है।


जिस भी देवी या इष्ट देवता का जाप कर रहे हैं  ,उनकी छवि को दिलो-दिमाग  में रखकर ही जाप करना चाहिए , और हररोज कम से कम एक माला ( यानि 108  बार ) का जाप जरूर करना चाहिए। जाप विश्वाश और पूर्ण श्रद्धा से कीजिए। 

कलयुग में गायत्री मंत्र श्रेष्ठ मंत्र है , इसके आगे सारी सृष्टि, सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड, सभी देवी, देवता, ऋषि मुनि, महर्षि सब समर्पित है।


विद्यार्थियों के लिए गायत्री मंत्र का जाप बहुत प्रभावशाली होता है। इस मंत्र के जाप से मन एकग्रचित होता है , और ज्ञान की वृद्धि होती है। जो लोग शिक्षा में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं , उन्हें हररोज गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। इसका जाप प्रातकाल में उचित होता है। 


गायत्री मंत्र –  ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

 

अर्थात  -  उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपने अन्तःकरण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर प्रेरित करे।


हनुमान चालीसा की चौपाईयाँ मंत्र का ही सर्वश्रेठ रूप है। हनुमान चालीसा का वाचन मंगलवार या शनिवार करना अति शुभ होता है। ध्यान रखें हनुमान चालीसा की इन चौपाइयों को पढ़ते समय उच्चारण की गड़बड़ी या त्रुटि न करें।


1 - यदि  किसी को भी किसी प्रकार का भय सताता है। तो नित्य रोज सुबह और शाम 108 बार इस चौपाई का जाप किया जाये तो हर प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है।


भूत-पिशाच निकट नहीं आवे।महावीर जब नाम सुनावे।।


2 - यदि व्यक्ति डॉक्टरों और बीमारियों से घिरा रहता है। तो लगातार निम्न चौपाई सुबह-शाम 108 बार जप करके तथा मंगलवार को श्री हनुमान जी के मंदिर पूरी हनुमान चालीसा के पाठ से रोगों की पीड़ा समाप्त हो जाती है।


नासै रोग हरै सब पीरा।जपत निरंतर हनुमत बल बीरा।।


3 -  यदि जीवन में व्यक्ति को सिद्धि और शक्तियों की प्राप्ति करनी है। ताकि जीवन में आरही मुश्किलों का सामना ना करना पड़े तो , रोज ब्रह्म मुहूर्त में आधा घंटा इस चौपाई के जप से चमत्कारिक लाभ प्राप्त हो सकता है।


 अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता।अस बर दीन जानकी माता।।


सवामणी क्‍या होती है ? हनुमान जी की सवामणी hanuman ji


4 - यदि किसी व्यक्ति को विद्या और धन- सम्पदा चाहिए तो इस चौपाई के जप से हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है।


विद्यावान गुनी अति चातुर।रामकाज करीबे को आतुर।।


5 - यदि कोई व्यक्ति व्यापार में शत्रुओं से परेशान है । हर जगह ना होती है या व्यक्ति के कार्य नहीं बन पा रहे है । तो हनुमान चालीसा की इस चौपाई का कम से कम 108 बार प्रतिदिन जप करना चाहिए।


भीम रूप धरि असुर संहारे।रामचंद्रजी के काज संवारे।। 

आज की भागदौड़ भरे जीवन में संपूर्णता और प्रभुभक्ति का आनंद लेने के लिए श्री हनुमान सर्व सिद्धिदायक मंत्र का जाप करें। ये कलयुग का सर्वश्रेष्ठ मंत्र है । 

समस्त प्रकार के कार्यों में सिद्धि प्राप्त है तो ये मंत्र बहुत प्रभावशाली है । यह मन्त्र सिद्ध करना हो तो श्री हनुमान जी के मन्दिर में जाकर शुद्ध घी का दीपक जलाएं, फूलमालाओं से सुशोभित कर, गुग्गल की धूप करें।


 चने की दाल और गुड़ के प्रसाद का भोग लगाकर निम्नलिखित मंत्र का जप करें।


 प्रयोजन सिद्ध हेतु एक से कम माला का जप लगातार  11 दिन तक करे। मंत्र जाप की शुरुवात मंगलवार से कीजिए। 


“ॐ नमो हनुमते सर्वग्रहान् भूत भविष्यत्-वर्तमानान् दूरस्थ समीपस्यान् छिंधि छिंधि भिंधि भिंधि

सर्वकाल दुष्ट बुद्धानुच्चाट्योच्चाट्य परबलान् क्षोभय क्षोभय मम सर्वकार्याणि साधय साधय।

ॐ नमो हनुमते ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं फट् । देहि ॐ शिव सिद्धि ॐ । ह्रां ॐ ह्रीं ॐ ह्रूं ॐ ह्रः स्वाहा।”

आज के भौतिक युग में मंत्र बहुत प्रभावशाली है ,ये तो विज्ञानं ने भी सिद्ध

कर दिया है। इनके ऊपर दुनिया भर में प्रयोग हुए है।

रुद्राक्ष की जाप माला से मंत्र जाप का क्या फायदा है ?


रुद्राक्ष माला को भगवान शिव का अंश माना जाता है। रुद्राक्ष माला से किसी भी मंत्र का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।  शिव मन्त्र का जाप रुद्राक्ष की माला से अत्यंत लाभकारी होता है।


रुद्राक्ष माला की सावधानियां 


1 - रुद्राक्ष को तुलसी की माला की तरह की पवित्र माना जाता है। इसलिए इसे धारण करने के बाद मांस-मदिरा से दूरी बना लेना चाहिए।


2 -  रुद्राक्ष को कभी भी श्मशान घाट पर नहीं ले जाना चाहिए। इसके अलावा नवजात के जन्म के दौरान या जहां नवजात शिशु का जन्म होता है वहां भी रुद्राक्ष ले जाने से बचना चाहिए।


3 - स्त्रियों / महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए।


4 - रुद्राक्ष को बिना स्नान किए नहीं छूना चाहिए। स्नान करने के बाद शुद्ध करके ही इसे धारण करें।


5 - रुद्राक्ष की माला धारण करते समय भगवान शिव का मनन करें।इ सके साथ ही शिव मंत्र 'ऊँ नम: शिवाय' का जाप करते रहें।


6 - रुद्राक्ष माला को आपने धारण कर लिया है तो , अब इसे किसी और को बिल्कुल न दें। इसके साथ ही दूसरे की पहनी गई रुद्राक्ष माला को बिल्कुल धारण न करें।


वर्षों से हम होली और दिवाली को भंडारा लगाते हैं , 400 से 500 रुद्राक्ष मालाएं भगतों को देते हैं , यहीं से मंगवाते हैं। ये माला खरीदने का उत्तम और विश्वसनीय स्थान है। 


Crystal Heaven Rudraksha Mala For Men, 108 Beads Original Panchmukhi Rudraksha Japa Mala - AAA Grade 5 Mukhi Rudraksha 


Mala For Protection, Meditation And Yoga , ( 108  मनके की रुद्राक्ष माला ) 

Colour: 5 Mukhi (8mm) ( 5 मुखी रुद्राक्ष )


Natural - You will receive the similar Rudraksha mala as shown in picture and advertised, since it is natural 5 Mukhi (Panchmukhi) it will not release any color alike others.( जैसा चित्र में दिखाया गया है वैसा ही मिलेगा )


Usage - Japa Mala, Necklace, Bracelet, Yoga, Meditation, Protection; Size - Beads are 8mm 5 Mukhi (Panchmukhi), and Mala is about 18 inches long.( लम्बाई 18 इंच )


Value - Trusted by Millions In International Market since Generations, brings Best to You.( रुद्राक्ष की शुध्दता का सर्टिफिकेट मिलेगा )


Warranty  (वारंटी ) - You can return / replace the product under 30 days, no questions will be asked.( 30  दिन के अंदर आप बदलवा सकते हो )

कलयुग का कौन सा मंत्र सर्वश्रेष्ठ है




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इसको न देखते हुए , कोई भी एक मंत्र का जाप कीजिए। लाभ ही लाभ है कोई नुक्सान नहीं। 


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गीता जी वेदांत

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