मनुष्य का भाग्य कौन लिखता है , कर्म कौन लिखता है ? can we change destiny (7 tips )

 

 इनकी कृपा से खुलता है तकदीर का ताला, छोटी सी इस पूजा से करें इन्हें प्रसन्न


मनुष्य का भाग्य कौन लिखता है , कर्म कौन लिखता है ? can we change destiny


बहुत सारे प्रश्न पूछे जाते है ,मनुष्य का भाग्य कौन लिखता है ? (can we change destiny) कर्म कौन लिखता है , भाग्य बदलने का सूत्र क्या है। 

 नसीब कौन लिखता है , भाग्य के लिए कौन सा भगवान अच्छा है ? भाग्य और धन की देवी किसे कहा गया है ? सौभाग्य क्या है ? नसीब ,भाग्य, किस्मत जैसा कुछ होता भी है या नहीं। क्या भविष्य पूर्व निर्धारित होता है ? इत्यादि।


        आज इन प्रश्नों की जिज्ञाषा शांत करने की कोशिश करेंगे। 


धरती कुछ लोग सौभाग्य या अच्छी किस्मत लेकर आते हैं अथवा लगातार बद-किस्मती या दुर्भाग्य के शिकार होते हैं। कोई धनवान परिवार में तो कोई गरीब परिवार में जन्म लेता है।


 कोई दिखने में सूंदर और आकर्षक होता है , तो कोई कुरूप होता है। कोई गरीब होकर भी सुसंस्कारी, ऊँचे विचार वाला , मीठा बोलने वाला, जिंदगी के उतार चढाव को हंस कर सहने वाला होता है |


 तो कोई धनि और उच्च परिवार , जिसमे सारे सुख हैं, ऐसे परिवार में जन्म लेकर भी गलत आदतों का शिकार होकर , बुरे शब्द का प्रयोग करने वाला और पढ़ाई-लिखाई में नालायक सिद्ध होता है। 


         भाग्य कौन लिखता है ? क्या इसको बदला जा सकता है। 


 कई लोग सब साधन-सम्पन्न होते हुए भी, पिछले किए कर्मों के अनुसार अचानक सबकुछ खो देते हैं , दूसरी और कई लोग अत्यंत गरीब होते हुए भी अचानक धनवान हो जाते हैं। उनका काया कल्प ही बदल जाता है। 


यह सारा खेल पिछले कर्मों की वजह से ही होता है। यदि अनुकूल परिस्थितयां हो तो सौभाग्य है , और यदि प्रतिकूल परिस्थितियां हो तो दुर्भाग्य है | 


क्या भविष्य पहले से निर्धारित होता है ? क्या मन्त्रों से दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं ? ज्योतिष या किसी तंत्र मंत्र से भविष्य को अनुकूल  किया जा सकता है ?


ज्योतिष कोई जादू की छड़ी नहीं है। ज्योतिष एक विज्ञानं है। ज्योतिष में जो ग्रह आपको नुकसान करते है, उनके प्रभाव को कम कर दिया जाता है , और जो ग्रह शुभ फल देता है, उनके प्रभाव को बढ़ा दिया जाता है।


 हम अपने आपको परिवर्तित कर लें तो  दुर्भाग्य को कुछ हद तक सौभाग्य की अवस्था में लाया जा सकता है। कोई भी ऐसा कार्य नहीं जो की एक मनुष्य ना कर सके। अपने कर्म से किस्मत खुद लिखता है इंसान |


क्या उपाय है की हम , दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकें ? भाग्य बदलने का सूत्र क्या है ?


भाग्य को बदला जा सकता है ? , alter our destiny



1- भाग्योन्नति हेतु प्रभावशाली उपाय 

यदि आपको भाग्योन्नति में बार-बार अवरोध कि स्थितियों का सामना करना पड रहा है। अथवा आपका प्रत्येक कार्य सफलता के समीप आकर रूक जाता हो, तो मंगलवार से शुरू कीजिए। 


कम से कम 11 मंगलवार लगातार 2 बून्दी के लड्डू, 5 पान के पत्ते और एक नारियल लेकर रातभर उन्हे अपने सिरहाने रखें और अगले दिन इस सामग्री को किसी नदी/नहर इत्यादि बहते जल में प्रवाहित करें। 


अपने घर या कार्यस्थल की दक्षिण दिशा में सिन्दूर और शहद से भरे दो पात्र सदैव रखें रहें। आप देखेंगें कि शनै: शनै: आपके भाग्य के समस्त अवरोध हटकर जीवन में शान्ति एवं समृद्धि का समावेश होने लगा हैं।


2- भाग्य साथ नहीं तो , आर्थिक परेशानी होगी ही , ऐसे होगी दूर ।


किसी भी दिन सुबह जल्दी उठकर लाल रेशम का कपड़ा लें और उसमें अखंडित 21 चावल के दाने जो हल्दी से रंगे हो बांध लें। इसके बाद लक्ष्मी मां की पूजा करें और पूजा के स्थान पर कपड़े में बंधे चावल भी रखें। 


पूजा के बाद मां से अपनी मनोकामना मांगे और चावल की पोटली को अपने पर्स या फिर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक समस्या दूर होगी। जय महा लक्ष्मी माता  


3 - घर कभी भी खाली हाथ न आएं।

 

जब भी बाहर से घर में प्रवेश करें तो कभी खाली हाथ ना आएं , हमेशा कुछ ना कुछ लेकर प्रवेश करें। फिर वो पेड़ का पत्ता ही क्यों न हो।


4 - अपने पत्नी व बच्चों को खुश रखें


 बाहर के तनाव में अक्सर हम सबसे ज्यादा प्रता‍ड़ित अपने परिवार को करते हैं। याद रखें पत्नी और बच्चों की आंख में आंसू यदि आपके आते हैं , तो उन्नति के रास्ते बंद हो जाते हैं। इसलिए परिवार को खुश रखें। 


5 - यह आदत बनाये - पहली रोटी गाय को दें


 शास्त्रों - धर्म ग्रंथों के अनुसार, गाय में सभी देवताओं का निवास माना गया है। यदि  गाय को रोटी दी जाए तो सभी देवता प्रसन्न होते हैं ,आपका भाग्य चमकता है। 


6 - प्रति दिन पीपल पर जल चढ़ाएं


 पीपल का वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है। ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और शुभ फल देते हैं । वैज्ञानिक रूप से भी इसका महत्व है।


7 - बड़े बुजुर्ग , माता-पिता का आशीर्वाद लें


घर से किसी काम निकलें तो अपने माता पिता , बड़े बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लें। इनके आशीर्वाद से आने वाला संकट टल जायँगे और आपके बिगड़ते काम बनते चले जाएंगे। रामबाण उपाय है। 


कृपया शेयर कीजिए ,हो सकता है आपके कारण किसी का भला हो जाए ,और उसके आशीर्वाद से आपका कर्म ,भाग्य ,किस्मत सुधर जाए। जय श्री राधे 


आशा करते है , इन सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गए होंगे  ,मनुष्य का भाग्य कौन लिखता है ? (can we change destiny) कर्म कौन लिखता है ,भाग्य बदलने का सूत्र क्या है।  नसीब कौन लिखता है ,भाग्य के लिए कौन सा भगवान अच्छा है ?

 भाग्य और धन की देवी किसे कहा गया है ? सौभाग्य क्या है ? नसीब ,भाग्य, किस्मत जैसा कुछ होता भी है या नहीं। क्या भविष्य पूर्व निर्धारित होता है ? 


आज इन प्रश्नों की जिज्ञाषा शांत करने की कोशिश की है। कोई और प्रश्न हो तो टिपण्णी कीजिए। 


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