अलग वार का अलग तिलक ,कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा ,Tilak Kit

 

Tilak KIT :रोजाना अलग तिलक लगाएं, हर दिन बेहतरीन बनाएं


अलग वार का अलग तिलक ,कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा


बहुत से लोग तय नहीं कर पाते किस दिन कौन सा तिलक श्रेष्ठ है , आज विस्तार से बताएँगे ,अलग वार का अलग तिलक ,कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा , तिलक के प्रकार कितने हैं , तिलक किट कहाँ मिलेगी , Tilak Kit  , इत्यादि 

सनातन या हिंदू धर्म में तिलक लगाने की परंपरा बहुत प्राचीन है। तिलक लगाने से भी हमारी बहुत-सी समस्याओं का अंत होता है  , साथ ही ग्रहों के दोष भी दूर होते हैं ।


सप्ताह के सभी सातों दिन अलग-अलग ग्रहों से संबंधित हैं , जैसे- सोमवार चंद्रमा का दिन है और मंगलवार हनुमान जी  का। मंगलवार को  सिंदूर का तिलक लगाने से मंगल दोष से छुटकारा मिल सकता है। 


वार के अनुसार अगर रोज अलग-अलग तिलक लगाया जाए तो बहुत से फायदे हो सकते हैं।  जैसे कर्जा मुक्ति , लक्ष्मी जी की कृपा रहती है , जीवन में तरक्की आती है। जानिए किस दिन किस चीज का तिलक लगाना चाहिए और उसके फायदे -----



सोमवार


ये दिन भगवान शिव और चंद्र ग्रह से संबंधित है। इस दिन सफेद चंदन का तिलक लगाने से चंद्रमा से संबंधित शुभ फलों की प्राप्ति होती है और इससे मस्तिष्क शीतल और शांत रहता है।



मंगलवार


ये दिन हनुमानजी और मंगल ग्रह से संबंधित है। इस दिन चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर तिलक लगाने से मंगल के दोष दूर हो सकते हैं। इस ग्रह का प्रतिनिधि रंग लाल है। उर्जा और कार्यक्षमता में वृ्द्धि के लिए मंगलवार के दिन रक्त चंदन अथवा सिंदूर का तिलक लगाना शुभ फलदायी रहता है।



बुधवार


ये दिन भगवान श्री गणेश और बुध ग्रह से संबंधित है। इस दिन पूजा की सुपारी घिसकर उसका तिलक लगाना चाहिए। इससे बुध ग्रह के अनुकूल फल मिल सकते हैं। गणेश जी को सिंदूर का तिलक प्रिय है। इसलिए बुधवार के दिन सिंदूर का तिलक भी लगा सकते हैं । इससे बौद्धिक एवं मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है।



गुरुवार


ये दिन भगवान विष्णु और गुरु ग्रह का है। गुरु से संबंधित शुभ फल पाने के लए इस दिन केसर, चंदन, या हल्दी का तिलक लगाना चाहिए। गुरूवार के स्वामी धन के कारक ग्रह बृहस्पति हैं। 


गुरू को पीला रंग प्रिय है। प्रत्येक गुरूवार केसर, हल्दी, अथवा गोरोचन का तिलक लगाने से गुरू के शुभ प्रभाव में वृद्धि होती है और आर्थिक समस्याओं में कमी आती है।



शुक्रवार


ये दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह से संबंधित है।शुक्रवार के दिन सिंदूर अथवा रक्त चंदन का नियमित तिलक दांपत्य जीवन के तनाव को दूर करने में सहायक होता। भौतिक सुख-सुविधों में वृद्धि के लिए भी यह लाभप्रद रहता है।  



शनिवार


ये दिन शनिदेव और शनि ग्रह का है। शनि से संबंधित शुभ फल पाने के लिए इस दिन भस्म या विभूति का तिलक लगाना चााहिए। इससे शनि दोष में राहत मिल सकती है।


रविवार


रविवार सूर्यदेव को समर्पित है ,स्वामी ग्रहों के राज सूर्यदेव हैं । इस दिन लाल चंदन या रोली का तिलक लगाने से सूर्य दोष कम होते हैं और मान-सम्मान भी मिलता है।


तिलक लगाने का मंत्र ,tilak mantra

तिलक धारण करते समय , इस मंत्र का मन ही मन जाप कीजिए , ये अति फलदायी होता है। जिस उद्देश्य से तिलक धारण किया जाता है वो उद्देश्य शीघ्र पूरा होता है |


केशवानन्न्त गोविन्द बाराह पुरुषोत्तम ।

                                   पुण्यं यशस्यमायुष्यं तिलकं मे प्रसीदतु ।।

कान्ति लक्ष्मीं धृतिं सौख्यं सौभाग्यमतुलं बलम् ।

                                    ददातु चन्दनं नित्यं सततं धारयाम्यहम् ।।


 आशा करते हैं इन सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे , किस दिन कौन सा तिलक श्रेष्ठ है ,अलग वार का अलग तिलक ,कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा , तिलक के प्रकार कितने हैं , तिलक किट कहाँ मिलेगी , Tilak Kit   ,कोई और प्रश्न हो तो मैसेज कीजिए।  जय श्री राधे प्रश्न 


यहाँ देखें –  कौन सा तिलक लगाना श्रेष्ठ होगा , तिलक लगाने का मंत्र , tilak in hindu culture


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गीता जी वेदांत


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