आटे से बना दीपक , आटे का दीपक कैसे बनाएं

एक दीपक घर की काया कल्प कर सकता यदि नियम और विधि विधान से जलाया जाय।


आटे से बना दीपक , आटे का दीपक कैसे बनाएं

 ऐसे बहुत से सवालों का जवाब इस लेख में विस्तार से दिया है , पूरा पढ़ें | आटे से बना दीपक क्या काम आता है , आटे का दिया , आटे का दीपक कैसे बनाएं ,आटे के दीपक का महत्व ,शाम को दीपक जलाने का समय ,घर के मंदिर में कौन सा दीपक जलाना चाहिए ? हनुमान जी को कौन से तेल का दीपक जलाना चाहिए ? हम दीवाली पर मिट्टी के दीये क्यों जलाते हैं?


जब भी हम किसी भी देवी / देवता की पूजा पाठ करते हैं। तो लगभग दीपक जलाते हैं। दीपक किसी भी पूजा का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। और ज्यादातर घी अथवा तेल का दीपक जलाया जाता हैं। 


दीपक कई प्रकार के हो सकते हैं। जैसे मिट्टी, आटा, तांबा, चांदी, लोहा, पीतल अथवा स्वर्ण धातु का। मूंग, चावल, गेहूं, उड़द तथा ज्वार को समान भाग में लेकर उसके आटे से बना दीपक सभी प्रकार की साधनाओं में श्रेष्ठ होता है।


कहा जाता है देवी -देवता ऊर्जा के पुंज होते हैं। अपनी बनाई हुई दुनिया की रक्षा में उस ऊर्जा का क्षरण होता है। हमारे विद्वान ऋषि मुनियों ने हमारे देवी देवताओं को बल देने के लिए हवन यज्ञ , दीपक जलाने की रीत बनाई हुई है। 


दीपक जलाने के पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण भी है। वातावरण शुद्ध होता है ,किट पतंगे नष्ट होते हैं।  


जब हम धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भिन्न-भिन्न देवी-देवताओं की साधना अथवा सिद्धि के मार्ग पर चलते हैं। तो दीपक का महत्व विशिष्ट हो जाता है। 


किस देवी देवता का दीपक कैसा हो, उसमे कितनी बत्तियां हों , उसमें जलने वाला तेल व घी किस-किस प्रकार का हो, इसका भी विशेष महत्त्व है। उस देवता की कृपा प्राप्त करने और अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए ये सभी बातें महत्वपूर्ण हैं।


                किस देवी देवता का दीपक कैसा हो


1  - माता लक्ष्मी जी की प्रसन्नता के लिए घी का सात मुखी दीपक जलाना चाहिए। लक्ष्मी-प्राप्ति के लिए दीपक सामान्य गहरा होना चाहिए। अगर हमें आर्थिक लाभ प्राप्त करना हो तो नियम पूर्वक अपने घर के मंदिर में शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए।


2 - भगवान सूर्य देव की प्रसन्नता के लिए घी का दीपक जलाना चाहिए ।


3 -  आर्थिक सुख समृद्धि और  लाभ प्राप्त करना हो तो नियम पूर्वक अपने घर के मंदिर में शुद्ध देसी घी का दीपक जलाना चाहिए।


4 - शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।


5 - हमें शत्रुओं से छुटकारा चाहिए हो तो सरसों के तेल का दीपक भैरव जी के सामने जलाना चाहिये।


6  - हनुमानजी की प्रसन्नता के लिए 3 मुख वाले दीपक का प्रयोग करना चाहिए और उसमें चमेली के तेल का प्रयोग करना चाहिए।


7 - राहु तथा केतु ग्रह की शांति के लिए अलसी के तेल का दीपक जलाना चाहिए।


8 - पति की तरक्की और दीर्घायु के लिए गिलोय के तेल का दीपक जलाना चाहिए।


9 - भगवान श्री गणेश की कृपा-प्राप्ति के लिए तीन लम्बी बत्तियों वाला घी का दीपक जलाना चाहिए।


10 - कुलदेवी / कुलदेवता की पूजा में गाय का शुद्ध घी तथा एक फूल बत्ती या तिल के तेल का दीपक आवश्यक रूप से जलाना चाहिए।


11  - श्री भैरव साधना के लिए सरसों के तेल का चैमुखी दीपक जलाना चाहिए।


12 - माता भगवती जगदंबा व माता दुर्गा देवी एवं माता सरस्वती की आराधना के समय तथा शिक्षा-प्राप्ति के लिए दो मुख वाला दीपक जलाना चाहिए।


13  - भगवान कार्तिकेय की प्रसन्नता के लिए गाय के शुद्ध घी या पीली सरसों के तेल का पांच मुखी दीपक जलाना चाहिए ।


14  - भगवान श्री विष्णु की प्रसन्नता के लिए सोलह बत्तियों वाला दीपक जलाना चाहिए।


15  - यदि कोर्ट कचहरी या मुकदमा जीतने के लिए पांच मुखी दीपक जलाना चाहिए।


16  - भगवान शंकर जी की प्रसन्नता के लिए आठ तथा बारह मुखी दीपक पीली सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।


17  - किसी इष्ट-सिद्धि तथा ज्ञान-प्राप्ति के लिए गहरा तथा गोल दीपक प्रयोग में लेना चाहिए।


18  - भगवान श्री विष्णु की दशावतार आराधना के समय दस मुखी दीपक जलाना चाहिए।


19  - शत्रुनाश तथा आपत्ति निवारण के लिए मध्य में से ऊपर उठा हुआ दीपक प्रयोग में लेना चाहिए।


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         हम दीवाली पर मिट्टी के दीये क्यों जलाते हैं ? 


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मिट्टी का दीपक किसी भी पूजा पाठ के लिए सबसे पवित्र माना जाता है। मिट्टी का दीपक जलाने से शनि और मंगल ग्रह की कृपा प्राप्त होती है। यह दीप पूजा के लिए उत्तम माना जाता है। घर में मिटटी के दीपक जरूर होने चाहिए। 


दीवाली यानि दीपावली । दीपावली का अर्थ है  - दीपों की पंक्ति।


 प्राचीन काल से ही भारत में , अग्नि पूजा की परंपरा रही है। यज्ञ की वेदी -अग्नि का ही पर्याय रहा है । यज्ञ हेतु अग्नि रखनेवालों , को ही अग्निहोत्र कहते हैं। पारसी भी अग्नि पूजक हैं । इसलिए दीपावली को दीपक जलने की परम्परा है। 


असतो मा सद्ग्मय ।

           तमसो मा ज्योतिर्गमय ।

मृत्योर्मा अमृतं गमय ।।

          ॐ शांति: शांति: शांति: !!



1 - सूर्यास्त के तुरंत बाद , घर के मुख्य द्वार पर एक शुद्ध घी का मिट्टी का दीपक नियम से लगाएं। यह उपाय घर में शनि, मंगल और राहु ग्रह के शुभ प्रभाव में सहायक होगा।


2 - अपने घर के पास जो भी शनि मंदिर है , वहाँ शनिवार की सरसों के तेल का दीपक लगाएं। दीपक मिटटी का हो। शनिवार को पीपल के नीचे और शिवालय में चौमुखा/चार बत्ती वाला (कलावे की बत्ती) सरसों के तेल का दीपक लगाएं। इन दोनों में कोई एक उपाय किया जा सकता है। 


3 - मिटटी का बड़ा दीपक या , मिट्टी की धूप दानी घर मे रखिये , जिसमे आप गाय के उपले / लौंग / कपूर / गुग्गल / देसी घी का धुआं, आरती के बाद हर कमरे में दिया करें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होगी। 


4 - दीपक खरीदने की याद , केवल दीपावली के समय नही आनी चाहिए।  मिट्टी के दिये किसी की मेहनत का सुन्दर रूप और आय का साधन हैं , किसी का इनसे घर चलता है। 


इसके प्रयोग से आप किसी के रोजगार का हिस्सा बनकर, जाने अनजाने में अपने सामाजिक कर्तव्यों की भी पूर्ति भी कर रहे हैं। और मिटटी के दीपक की लुप्तप्राय कला भी बचाते हो। 


ऑनलाइन भी मिटटी के दीपक खरीदते हो तो भी , मिटटी के दीपक खरीदें , क्यूंकि आप किसी गरीब को दिवाली मानने में मदद कर रहे हो। धन्यवाद

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शाम को दीपक जलाने का समय 

रोज शाम के समय मुख्य द्वार के पास दीपक लगाना चाहिए। ये दीपक घर में नकारात्क ऊर्जा के प्रवेश को रोकता है। पूजा में घी का दीपक अपने बाएं हाथ की ओर जलाना चाहिए।

समय का ध्यान रखना बहुत जरूरी है , दीपक जलाने के लिए ।कई बेवक्त दीपक जला देते हैं। जबकि शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल सुबह के समय दीपक हमेशा पांच बजे से लेकर 9 बजे के अंदर जलाना चाहिए। जबकि शाम के समय इसे 5 से 7 के बीच जलाना चाहिए |


                      दीपक जलाते समय  कोन सा मंत्र पढ़ें

शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा।

शत्रु बुद्धि विनाशाय दीपकाय नमोस्तुते।।

दीपो ज्योति परंब्रह्म दीपो ज्योति र्जनार्दन:।

दीपो हरतु मे पापं संध्या दीप नमोस्तुते।।

नोट -- अगर हमें आर्थिक लाभ प्राप्त करना हो तो नियम पूर्वक अपने घर के मंदिर में आटे से बना दीपक प्रयोग कीजिए , आटे का दीपक कैसे बनाएं ये इस लेख में बताया हुआ हुआ है। गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए।

 आशा है सभी सवालों का जवाब मिल गया होगा | आटे के दीपक का महत्व ,आटे का दिया ,आटे से बना दीपक क्या काम आता है , आटे का दीपक कैसे बनाएं , शाम को दीपक जलाने का समय

घर के मंदिर में कौन सा दीपक जलाना चाहिए ? हनुमान जी को कौन से तेल का दीपक जलाना चाहिए ? हम दीवाली पर मिट्टी के दीये क्यों जलाते हैं? कोई और सवाल हो तो टिपण्णी कीजिए , जय श्री राधे 


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गीता जी वेदांत


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