मां काली की साधना कैसे करें?

काली मां की साधना एक एक तांत्रिक क्रिया है जो कि सनातन धर्म में मां काली की पूजा और उनके साथ संबंधित मंत्रों, यन्त्रों, उपयोग करके की जाती है।

मां काली की साधना कैसे करें?


महाकाली साधना कैसे की जाती है?

काली माता की साधना करने वाले साधक को स्नान करके शुद्ध काले वस्त्र धारण करके किसी काली मंदिर या अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में दक्षिण दिशा की तरफ़ मुख करके काले आसन पर बैठ जाए। उसके बाद अपने सामने चौकी रखकर उस पर काला रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर प्लेट स्थापित कर उस प्लेट में रोली या काजल से त्रिकोण बनाये उस पर मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठा युक्त "महाकाली यंत्र को स्थापित करें! महाकाली यंत्र के सामने शुद्ध सरसों के तेल का दीपक जलाये और मन्त्र विधान अनुसार संकल्प आदि कर सीधे हाथ में जल लेकर विनियोग करे:

ॐ अस्य श्री दक्षिण कालिका मन्त्रस्य भैरव ऋषिरुष्णि दक्षिण कातिका देवता ही बीज ,  हूँ शक्ति की कीलक ममा भीष्टसिद्धयर्थे जपे



मां काली की पूजा करने के लिए, आप ये तरीके अपना सकते हैं: 

9 या 21 शुक्रवार को मां कालिका के मंदिर जाएं.

 आसन पर बैठकर ,ॐ क्रीं नमः 108 बार जपें.

 उन्हें चुनरी, नारियल, हार-फूल चढ़ाएं.

प्रसाद छोटी कन्याओं में बांटें.

माता कालिका की पूजा में लाल कुमकुम, अक्षत, गुड़हल के लाल फूल और भोग में हलवे या दूध से बनी मिठाई भी अर्पित करें.

रोली या काजल से त्रिकोण बनाएं और उस पर मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठा युक्त "महाकाली यंत्र" को स्थापित करें.

महाकाली यंत्र के सामने शुद्ध सरसों के तेल का दीपक जलाएं.

मंत्र विधान अनुसार संकल्प आदि करें.

मां काली की पूजा-अर्चना तीक्ष्ण फल देती है. हालांकि, उनकी साधना में कई कठिन नियमों का पालन करना ज़रूरी है. नियमपूर्वक साधना नहीं किए जाने पर दुष्प्रभाव की आशंका बढ़ जाती है


काली मां की साधना के लिए, आपको इनका पालन करना जरूरी है 

 आपको एक पवित्र स्थान की व्यवस्था करनी होगी, जहां परमेश्वरी काली की मूर्ति, प्रतिमा, या चित्र स्थापित हो सकती है। साधना स्थल को साफ़ और शुद्ध रखें और उसे पूजनीय बनाएं


मंत्रों का जाप: काली मां की साधना में मंत्रों का जाप महत्वपूर्ण है। काली मां के मंत्रों का जाप करने से, आप उनकी आद्यशक्ति को प्राप्त कर सकते हैं। “ॐ क्रीं कालिकायै नमः” और “ह्रीं” कुछ प्रमुख मंत्र हैं जो काली मां के जाप के लिए प्रयोग किए जा सकते हैं।


तपस्या: साधना में तपस्या (तप) करना महत्वपूर्ण होता है। इसके माध्यम से, आप अपनी मनसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक शक्तियों को संयमित कर सकते हैं। आप रोज़ाना ध्यान, प्राणायाम, और ध्यान के माध्यम से अपनी साधना को मजबूत कर सकते हैं।


पूजा: काली मां की पूजा करने से पहले, आपको पूजा सामग्री (पुष्प, दीप, धूप, नैवेद्य, आदि) की व्यवस्था करनी होगी। पूजा के दौरान, मन में प्रेम और समर्पण के साथ मां काली की उपासना करें।

संकल्प: साधना के प्रारंभ में, आपको संकल्प (संकल्पना) करनी होगी, जिसमें आपको अपने मन में स्थिरता, समर्पण, और उद्देश्य को स्थापित करना होगा।


ध्यान: साधना के दौरान, आपको मां काली के ध्यान में रहना चाहिए। उनकी मूर्ति, प्रतिमा, या चित्र को ध्यान से देखें और उनकी आद्यशक्ति को महसूस करें।

काली मां की साधना में संगीत का प्रयोग करने से, आपको उनके प्रति भक्ति और समर्पण की भावना में सहायता मिल सकती है। कुछ प्रमुख काली मां के भजनों (मंत्र-संहिता) को सुनकर, आप उनके प्रति अपनी प्रेम-भक्ति को प्रकट कर सकते हैं।


समर्पण: साधना के अंत में, आपको अपनी साधना को मां काली के चरणों में समर्पित करना होगा। उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें और उनके प्रति अपनी समर्पण भावना को प्रकट करें।

 काली मां की साधना एक प्रभावशाली और महत्वपूर्ण साधना है, जिसमें पूर्ण समर्पण, संयम, और प्रतिष्ठा की आवश्यकता होती है। साधना के दौरान, सत्य, निष्कपटता, और पुरुषार्थ के साथ कार्रवाई करें।


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गीता जी वेदांत


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